Sunday, 19 April 2020

थारु मुक्तक

मुक्तक

मन भित्रा भित्रा तुहिन खुब मन परैनु बोले नैसेक्नु
तोहार आस किल कैनु मै मनेक बात खोले नैसेक्नु

तुहिन लेहे नै पैनुटा काहुईल तुहिनहे  हेर हेरके मन
बुझालेम कथु तोहार ओ मोर माया मै तौले नैसेक्नु


✍️.............
Shushil Dahit